Last modified on 29 सितम्बर 2010, at 15:25

लज्‍जा / लीलाधर मंडलोई


यह एक सीधी सरल बात है कि
तुम नहीं चाहते मुझे

मेरे लिए यह लज्‍जा की बात है
जबकि तुम मेरे इतने अभिन्‍न

मैं निःशब्‍द हूं एक वृक्ष की तरह
इसका मतलब यह नहीं कि
मैं नहीं हो सकता तुम्‍हारी तरह

होना तुम्‍हारी तरह एक लज्‍जा की बात है