सदियों से खड़ी है
लड़की बाज़ार में
कितने ही आयोग बने
कितने महिला वर्ष मने
कानूनविदों ने सिर धुने
अगणित सम्मेलन हुए
शोर हुआ संसद से
यू.एन.ओ. तक
बाज़ार में खड़ी लड़की
अड़ी है जस-की-तस
उसे भरपूर ज़िन्दगी से
कमतर कुछ भी नहीं चाहिए.
सदियों से खड़ी है
लड़की बाज़ार में
कितने ही आयोग बने
कितने महिला वर्ष मने
कानूनविदों ने सिर धुने
अगणित सम्मेलन हुए
शोर हुआ संसद से
यू.एन.ओ. तक
बाज़ार में खड़ी लड़की
अड़ी है जस-की-तस
उसे भरपूर ज़िन्दगी से
कमतर कुछ भी नहीं चाहिए.