वो निभाती है वादे
बाप के साथ बेटी होने के
तड़के संभालती है घर
अम्मा के जागने से पहले
और छोटे भाई को समझाती
पहुँच जाती है स्कूल
सारी कापियों का काम कर
अपनी उपस्थिति का आभास कराती है
वो जहाँ भी जाती है॥
वो निभाती है वादे
बाप के साथ बेटी होने के
तड़के संभालती है घर
अम्मा के जागने से पहले
और छोटे भाई को समझाती
पहुँच जाती है स्कूल
सारी कापियों का काम कर
अपनी उपस्थिति का आभास कराती है
वो जहाँ भी जाती है॥