Last modified on 19 नवम्बर 2011, at 10:30

लहरें / सुभाष शर्मा

यह जानते हुए भी
कि गिरना है अन्ततः
बार-बार उठती हैं लहरें
देती हैं खुली चुनौती काल को
और नीचे जाकर नापती हैं गहराई
लोग लहरें देखकर भी
क्यों डरते हैं गिरने से ?