सारी समस्या
तुम्हें चाहने से खड़ी हुई है
मैं अब अपनी चाह को लौटा रहा हूँ।
तुम तक पहुँचने के लिए
बनाई थी मैंने एक राह
अब मैं उस राह को लौटा रहा हूँ ।
मैं जानता हूँ
तुम्हें हो रही होगी
बहुत तकलीफ़
सुनकर वह कराह
अब मैं उस कराह को
अपने सीने में लौटा रहा हूँ ।
पर यह सच है
कि मैं जितना तुमसे दूर जा रहा हूँ
उतना ही क़रीब पा रहा हूँ ।