|
वक़्त और मुहब्बत .....
वक़्त मुहब्बत को
अक्सर
ठहर कर देखता है
पर कभी-कभी
साथ चल कर भी
देख लेता है .......
(अनुवाद: हरकीरत हकीर )
|
वक़्त और मुहब्बत .....
वक़्त मुहब्बत को
अक्सर
ठहर कर देखता है
पर कभी-कभी
साथ चल कर भी
देख लेता है .......
(अनुवाद: हरकीरत हकीर )