Last modified on 9 अगस्त 2012, at 11:33

वसंत / अज्ञेय

 यह क्या पलास की लाल लहकती
     आग रही कारण, जो वनखंडी की हवा हो चली गर्म आज?

इलाहाबाद, मई, 1958