वसंत से वसंत की राह में
एक पड़ाव है पतझर
राही ऋतु-चक्र थक कर
सुस्ताता है जहाँ पल भर
वसंत के लालच में
जिसने ठुकराया पतझर
जीवन उसका निष्फल
वंचनाभर
वसंत से वसंत की राह में
एक पड़ाव है पतझर
राही ऋतु-चक्र थक कर
सुस्ताता है जहाँ पल भर
वसंत के लालच में
जिसने ठुकराया पतझर
जीवन उसका निष्फल
वंचनाभर