देवताओं ने मार्ग बुहारा,
पंक्तिबद्ध खड़े हो गए दोनों ओर देवदूत,
आकाश हुआ नील-उज्जवल,
पृथ्वी पुण्यप्रसू,
जब वह आया
जिसे बाद में कहा गया मनुष्य।
फिर आया जीवन फिर आई मृत्यु।
देवताओं ने मार्ग बुहारा,
पंक्तिबद्ध खड़े हो गए दोनों ओर देवदूत,
आकाश हुआ नील-उज्जवल,
पृथ्वी पुण्यप्रसू,
जब वह आया
जिसे बाद में कहा गया मनुष्य।
फिर आया जीवन फिर आई मृत्यु।