वह उदास है आज
आज देर तक देखेगी
वह ख़ुद को आइने में
देखेगी अपनी चमड़ी पर
फेर-फेर कर हाथ,
उँगलियों पर गिनेगी उम्र,
चौकेगी हर आहट पर
उसका दु:ख आज
ख़ूब सताएगा उसे
वह उदास है आज
आज देर तक देखेगी
वह ख़ुद को आइने में
देखेगी अपनी चमड़ी पर
फेर-फेर कर हाथ,
उँगलियों पर गिनेगी उम्र,
चौकेगी हर आहट पर
उसका दु:ख आज
ख़ूब सताएगा उसे