वह गा रही है
अपने अंचल का गीत
- गीत में गूँज रहे हैं :
- स्पंदित पेड़
- मिट्टी की महक
- पानी की मिठास
वह गा रही है
- मगन मन ऎसे
जैसे भेंटी हो
बहुत दिनों बाद
अपनी माँ से।
वह गा रही है
अपने अंचल का गीत
वह गा रही है
जैसे भेंटी हो
बहुत दिनों बाद
अपनी माँ से।