पपड़ाई दिख रही है जो
वह नहीं है माटी
याद है जल की
भिगो कर माटी को
अतृप्त कर गया जो—
उस को छोड़ कर
ख़ुद आग से मिलने ।
26 फ़रवरी 2010
पपड़ाई दिख रही है जो
वह नहीं है माटी
याद है जल की
भिगो कर माटी को
अतृप्त कर गया जो—
उस को छोड़ कर
ख़ुद आग से मिलने ।
26 फ़रवरी 2010