Last modified on 19 दिसम्बर 2015, at 20:02

वह हूंका ! / राग तेलंग

तुम दूर हो अभी
अभी मैं तुम्हें
सिर्फ आवाज के सहारे
छू सकता हूं

मेरे शब्द सुनकर तुम
मेरा चेहरा गढ़ लेना और
हूंका देकर
मुझमें प्राण फूंक देना।