अपने ही तालाब में
खुद की पाली हुई मछलियाँ भी
हाथ नहीं लगाने देती,
विद्रोह करती हैं
अपनी अस्मिता और आज़ादी के लिए
मछलियाँ
‘होलोकास्ट’ में मरने के लिए
खुद को समर्पित नहीं करती
भक्ति भाव और अंधश्रद्धा से ।
अपने ही तालाब में
खुद की पाली हुई मछलियाँ भी
हाथ नहीं लगाने देती,
विद्रोह करती हैं
अपनी अस्मिता और आज़ादी के लिए
मछलियाँ
‘होलोकास्ट’ में मरने के लिए
खुद को समर्पित नहीं करती
भक्ति भाव और अंधश्रद्धा से ।