हम्में देखलियै ओकरा
खाड़ोॅ
सभ्भै चीजोॅ केॅ विरुद्ध
ऊ देखै लेॅ हमरा
खाड़ोॅ छेलै
आदमी केॅ विरुद्ध
तबेॅ हम्में लिखलियै एगोॅ कविता
ओकरोॅ विरुद्ध
आरोॅ सुनैलियै ओकरै
सभ्भै सें पैहनेॅ
ऊ कविता
आबेॅ ऊ खाड़ोॅ छै
कविता केॅ विरुद्ध ।
हम्में देखलियै ओकरा
खाड़ोॅ
सभ्भै चीजोॅ केॅ विरुद्ध
ऊ देखै लेॅ हमरा
खाड़ोॅ छेलै
आदमी केॅ विरुद्ध
तबेॅ हम्में लिखलियै एगोॅ कविता
ओकरोॅ विरुद्ध
आरोॅ सुनैलियै ओकरै
सभ्भै सें पैहनेॅ
ऊ कविता
आबेॅ ऊ खाड़ोॅ छै
कविता केॅ विरुद्ध ।