मेरा मन
ढूंढता है
तुम्हें शून्य में
बड़ी व्याकुलता से
लेकिन तुम हो कि
मुझसे जब भी
मिलते हो
ढूंढते रहते हो
मुझमें एक आधार।
मेरा मन
ढूंढता है
तुम्हें शून्य में
बड़ी व्याकुलता से
लेकिन तुम हो कि
मुझसे जब भी
मिलते हो
ढूंढते रहते हो
मुझमें एक आधार।