Sharda suman
no edit summary
02:48
-40
Pratishtha
18:11
+30
23:17
+82
23:16
+64
208.102.250.216
New page: दीप शिखा की लौ कहती है, व्यथा कथा हर घर रहती है, कभी छिपी तो कभी मुखर बन, अश...
21:35
+1,683