Dkspoet
रोटी की बात / ओम पुरोहित कागद का नाम बदलकर रोटी की बात / ओम पुरोहित ‘कागद’ कर दिया गया है
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अनिल जनविजय
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Neeraj Daiya
नया पृष्ठ: <poem>यदि कोई बनबिलाव छीन कर आपके हाथ से ले जाता है रोटी तो कहां है बात…
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