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अफ़्सोस है / अकबर इलाहाबादी
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13:28, 26 दिसम्बर 2010
मुड़, मुड़ कर देखा था उसने जाते हुए रास्ते में,
जैसे कहना था कुछ, जो वो कहना भूल गया l
Rawal Kishore
Rawalkishore
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