गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
तेरे बगैर लगता है, अच्छा मुझे जहाँ नहीं / श्रद्धा जैन
1 byte added
,
06:48, 27 दिसम्बर 2010
दुश्मन बना जहान क्यूँ , ऐसी फिज़ा बनी ही क्यूँ
मेरे तो राज़
-
,
राज़ हैं, कोई भी राज़दां नहीं
अंदाज़-ए-फ़िक्र और था “श्रद्धा” ज़ुदाई में तेरी
Shrddha
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits