गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
नेतागीरी अफ़सरशाही / कैलाश गौतम
1 byte removed
,
07:37, 4 जनवरी 2011
}}
{{KKCatGeet}}
<
/
poem>
जैसी नेतागिरी है जी वैसी अफ़सरशाही है
सिर्फ झूठ की पैठ सदन में सच के लिए मनाही है
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits