Changes

|संग्रह=अशुद्ध सारंग / हेमन्त शेष
}}
{{KKCatKavita‎}}<poem>
मायने बदल जाएंगे
 
फूलों के
 
आयु के साथ
 
तब न होगा
 
सन्ताप
 
न चाह
 
कि बेसाख़्ता तोड़ लें
 
वृक्ष से
 
एक ख़ुशी
 
और इस बात को
 
तत्काल भूल जाएँ
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits