|विविध=1959 से 1961 की कविताएँ
}}
'''अन्तः सलिलाअन्तःसलिला'''
* [[सरस्वती पुत्र / अज्ञेय]]
* [[बना दे, चितेरे / अज्ञेय]]
* [[अँधेरे अकेले घर में / अज्ञेय]]
* [[चिड़िया ने ही कहा / अज्ञेय]]
* [[अन्त: सलिला अन्तःसलिला / अज्ञेय]]
* [[साँस का पुतला / अज्ञेय]]
'''चक्रांत शिला'''
* [[जो बहुत तरसा-तरसा कर / अज्ञेय]]
* [[धुँध से ढँकी हुई / अज्ञेय]]
* [[ तू नहीं कहेगा ? / अज्ञेय]]* [[ अरी ओ आत्मा री / अज्ञेय]]* [[ अकेली और अकेली / अज्ञेय]]* [[ वह धीरे-धीरे आया / अज्ञेय]]* [[ जो कुछ सुन्दर था, प्रेम, काम्य / अज्ञेय]]* [[ मैं कवि हूँ / अज्ञेय]]* [[ न कुछ में से वृत्त यह निकला / अज्ञेय]]* [[ अंधकार में चली गई है / अज्ञेय]]* [[ उस बीहड़ काली एक शिला पर बैठा दत्तचित्त / अज्ञेय]]* [[ ढूह की ओट बैठे / अज्ञेय]]* [[ यही, हाँ, यही / अज्ञेय]]* [[ ओ मूर्त्ति ! / अज्ञेय]]* [[ व्यथा सब की / अज्ञेय]]* [[ उसी एकांत में घर दो / अज्ञेय]]* [[ सागर और धरा मिलते थे जहाँ / अज्ञेय]]* [[ आँगन के पार / अज्ञेय]]* [[ / अज्ञेय]]* [[ / अज्ञेय]]* [[ / अज्ञेय]]* [[ / अज्ञेय]]* [[ / अज्ञेय]]* [[ / अज्ञेय]]* [[ / अज्ञेय]]* [[ / अज्ञेय]]* [[ दूज का चाँद / अज्ञेय]]
'''असाध्य-वीणा'''
* [[असाध्य वीणा / अज्ञेय]]
* [[अंतः सलिला / अज्ञेय]]