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ये समझकर तुझे ऐ मौत लगा रक्खा है
काम आता है बुरे वक़्त में आना तेरा
 
ऐ दिले शेफ़्ता में आग लगाने वाले
तर्के आदत से मुझे नींद नहीं आने की
कहीं नीचा न हो ऐ गौर<ref>क़ब्र</ref> सिरहाना तेरा
मैं जो कहता हूँ उठाए हैं बहुत रंजेफ़िराक़