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इतना हुआ बस / निर्मल शुक्ल
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07:23, 15 फ़रवरी 2011
इतना हुआ, बस !
जो
क़ि
कि
अपना नाम तक भी
ले नहीं सकते सिरे से
लापता होते पते वे
अनिल जनविजय
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