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मोह भंग(कविता का अंश ) / चन्द्रकुंवर बर्त्वाल
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11:13, 20 फ़रवरी 2011
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'''कविता का एक अंश ही उपलब्ध है। शेष कविता आपके पास हो तो कृपया जोड़ दें या कविता कोश टीम को भेजें ।'''
मोह भंग(कविता का अंश )
खुली आंख जब, ईश्वर के चरणों में आये,
रूप और आनन्द ज्ञान तब तुमने पाये।
Dr. ashok shukla
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