गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
रिश्ते सीढ़ियों की तरह / नीलोत्पल
3 bytes removed
,
20:33, 13 मार्च 2011
सीढ़ियाँ माध्यम हैं
इसलिए वह सम्पन्न होती
हैंण
हैं
हर बार
नए सिरे से खुलने के लिए... ।
</poem>
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits