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मां है रेशम के कारखाने में / अली सरदार जाफ़री
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14:52, 31 मार्च 2011
हाथ सोने के फूल उगलेंगे
जिस्म चांदी का धन लुटाएगा
खिड़कियाँ होंगी बैंक की
रोशन
रौशन
खून इसका दिए जलायेगा
Kartikey agarwaal khalish
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