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ख़ुदाया कभी करम मुझ पर भी / विनय प्रजापति 'नज़र'
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15:53, 6 अप्रैल 2011
मैं करूँगा रोज़े-महशर<ref>मृत्यु के दिन, प्रलय के दिन</ref> भी
चाहिए अगर
जान भी ले लो
अगर चाहिए
मगर लेना मेरी कुछ ख़बर भी
{{KKMeaning}}
</poem>
विनय प्रजापति
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