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अब तो मेरा राम / मीराबाई
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14:05, 13 अप्रैल 2011
{{KKRachna
|रचनाकार=मीराबाई
}}{{KKCatKavita}}
{{KKAnthologyRam
}}<poem>अब तो मेरा राम नाम दूसरा न कोई॥
माता छोडी पिता छोडे छोडे सगा भाई।
साधु संग बैठ बैठ लोक लाज खोई॥
Pratishtha
KKSahayogi,
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