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छाया मत छूना / गिरिजाकुमार माथुर
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12:23, 12 मई 2011
यश है
या
न वैभव है, मान है
या
न सरमाया;
जितना ही दौड़ा तू उतना ही भरमाया।
डा० जगदीश व्योम
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