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12:15, 15 मई 2011 {{KKGlobal}}
{{KKAnooditRachna
|रचनाकार=रित्सुको कवाबाता
}}
[[Category:जापानी भाषा]]
<poem>
सूर्योदय से पहले
जाते हुए पात्र पेटी की ओर
हूँ आनंदमग्न शांत शीतल पवन के !
एक नन्हा बैंगनी फूल
शाखा पर
शहनाई बजाता स्वागत में नए दिन के !
एक नन्हा लाल फूल
बजाता है धुन जीवन राग की !
इन सुबह के क्षणों में
मोर्निंग ग्लोरी के साथ
मैं गा रही हूँ
सुबह का राग !
'''अनुवादक: [[मंजुला सक्सेना]]'''
</poem>