Changes

नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रेशमा हिंगोरानी |संग्रह= }} <poem> हुआ इज़हारे-इश्क ब…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रेशमा हिंगोरानी
|संग्रह=
}}
<poem>
हुआ इज़हारे-इश्क बारहा ख़यालों में,
मिलें जब भी, रहे दम-ब-खुद ज़ुबान मेरी!

(इज़हारे-इश्क - इश्क का इज़हार; बारहा - अक्सर; दम-ब-खुद - चुप)

{{KKSeparatorHorizontal}}

मुझको रह-रह के वही याद मुलाक़ात आए,
तू सामने नहीं, पर लुत्फ़े-मुलाक़ात आए!

{{KKSeparatorHorizontal}}

शबे-विसाल है, आने दो दमे-आख़िर भी,
वो आ चुके, मुराद कोई नातमाम नहीं!

(शबे-विसाल - मिलन की रात; दमे-आख़िर - आखिरी सांस; मुराद - तमन्ना; नातमाम - जो पूरी न हो)

{{KKSeparatorHorizontal}}

(विसाले-सनम - दिलबर से मुलाक़ात)
</poem>