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आजु महामङ्गल कोसलपुर सुनि नृपके सुत चारि भए / तुलसीदास
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|रचनाकार=तुलसीदास
|संग्रह= गीतावली/ तुलसीदास
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[[Category:लम्बी रचना]]
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|पीछे=सहेली सुनु सोहिलो रे / तुलसीदास
|आगे=गावैं बिबुध बिमल बर बानी / तुलसीदास
|सारणी=गीताव/ तुलसीदास
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<poem>
Dr. ashok shukla
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