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सरे बाज़ार जब तनहा निकला / त्रिपुरारि कुमार शर्मा
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सरे बाज़ार जब तनहा निकला
हर खरीददार आशना निकला
क्यों तुमने दुकान सजा रखी है
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Tripurari Kumar Sharma
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