गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
टट्टू भाडे़ का / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
1 byte added
,
07:44, 27 मई 2011
उल्टा-सीधा पढ़ा रहा है
पाठ पहाड़े का
मोटी खाल, सलाख़ें छोटी
डर फिर काहे का
</poem>
Shilendra
27
edits