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उसके पहलू से लग के चलते हैं / जॉन एलिया
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17:59, 9 जून 2011
<poem>
उसके पहलू से लग के चलते हैं
हम कहीं टालने से टलते हैं
क्या तकल्लुफ्फ़ करें ये कहने में
जो भी खुश है हम उससे जलते हैं
</poem>
Safeerimam
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