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हमेशा दूर ही रहते हैं आप, क्या कहिए / गुलाब खंडेलवाल
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10:52, 23 जून 2011
खबर ही पूछते रहते हैं आप, क्या कहिए!
खादी
खोदी
थी नींव ही आँसू की धार पर जिनकी
महल वे कांच के ढहते हैं आप, क्या कहिए!
Vibhajhalani
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