हमने कुछ प्यार के मारों में तुझको देख लिया
फिर कभी लौटके आयी नहीं खुशबू ख़ुशबू वैसी
दिल ने सौ बार बहारों में तुझको देख लिया
हमने पायी है वही टूटते दिल की तस्वीर
जिन्दगीज़िन्दगी! चाँद-सितारों में तुझको देख लिया
तू भले ही रहा दुनिया से अलग होके गुलाब!