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कोई छेड़े हमें किसलिए! / गुलाब खंडेलवाल
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19:08, 1 जुलाई 2011
हम तो उनको ही देखा किये
अब ये प्याला भी छलका तो क्या
!
उम्र कट ही गयी बेपिये
Vibhajhalani
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