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कितने दिए बुझाये होंगे / गुलाब खंडेलवाल
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19:10, 1 जुलाई 2011
तब साजन घर आये होंगे
नाहक
नाहक़
प्यार का दम भरना है
कल ये बोल पराये होंगे
Vibhajhalani
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