गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
दर्द को हँसकर उडाना चाहिए / गुलाब खंडेलवाल
29 bytes added
,
03:13, 2 जुलाई 2011
|संग्रह=हर सुबह एक ताज़ा गुलाब / गुलाब खंडेलवाल
}}
[[category: ग़ज़ल]]
<poem>
उनसे मिलने का बहाना चाहिए
बाग़ भर में उड़ रही
खुशबू
ख़ुशबू
तो क्या!
फूल को हाथों में आना चाहिए
ठाठ पत्तों का हुआ झीना, गुलाब!
अब कहीं सर को छिपाना चाहिए
<poem>
Vibhajhalani
2,913
edits