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जुही में फूल जब आये, हमें भी याद कर लेना / गुलाब खंडेलवाल
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22:22, 3 जुलाई 2011
नज़र जब ख़ुद से शरमाये, हमें भी याद कर लेना
मुसाफिर
मुसाफ़िर
राह में यों तो हज़ारों साथ चलते हैं
कोई जब दिल को छू जाए, हमें भी याद कर लेना
Vibhajhalani
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