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दिल की तड़प नीलाम हुई है / गुलाब खंडेलवाल
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22:43, 3 जुलाई 2011
और ये रात तमाम हुई है
प्यार वहाँ तक जा
पहुंचा
पहुँचा
है
अक्ल जहाँ नाकाम हुई है
Vibhajhalani
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