गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
जो कहते हैं - 'हमसे लड़ाई हुई है' / गुलाब खंडेलवाल
3 bytes removed
,
20:28, 6 जुलाई 2011
जो कहते हैं, 'हमसे लड़ाई हुई है'
किसी की
किसीकी
लगाई बुझाई हुई है
कहो प्यार से
छिप के
छिपके
सपनों में आये
अभी रूप को नींद आई हुई है
खिलेंगे गुलाब उनकी आँखों में अब तो
सुना थोड़ी-थोड़ी ललाई
हुई है
<poem>
Vibhajhalani
2,913
edits