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अदाओं की तेरी जादूगरी जानी नहीं जाती / गुलाब खंडेलवाल
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20:55, 9 जुलाई 2011
अगर है प्यार दिल में तो कभी सूरत भी दिखला दे
तेरे कूचे की मुझसे
खाक़
ख़ाक
अब छानी नहीं जाती
कभी तड़पा ही देगी प्यार की
खुशबू
ख़ुशबू
, गुलाब! उसको
कोई भी आह तेरे दिल की बेमानी नहीं जाती
<poem>
Vibhajhalani
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