गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
निर्वेद / गुलाब खंडेलवाल
6 bytes added
,
19:44, 19 जुलाई 2011
यह तो कहो मरने के बाद कहाँ जायें!
इतना कुछ लेकर क्या शून्य में समायें!
सोयें क़यामत तक
,
या
उठकर भाग आयें!
कोई ख़बर मिलती नहीं उस पार की
Vibhajhalani
2,913
edits