Changes

श्रद्धा-ज्योति भरो
 
ज्यों तुलसी का मानस पढ़ कर पढ़कर
तुमने लिखा 'सत्य, शिव, सुन्दर'
वैसे ही मेरे मेरी रचना पर
अपनी मुहर धरो
2,913
edits