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यह तो शीशमहल है / गुलाब खंडेलवाल
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20:50, 19 जुलाई 2011
यह तो शीशमहल है
राग
रंग-
बिरंगे शीशों की ही इसमें चहल-पहल है
शीशे के हैं सारे प्राणी
यह तो शीशमहल है
राग
रंग-
बिरंगे शीशों की ही इसमें चहल-पहल है
<poem>
Vibhajhalani
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