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वांछित जो माँगें आप, सौंवे बलिकाल में / गुलाब खंडेलवाल
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21:21, 20 जुलाई 2011
बलि –
वांछित जो माँगें आप, सौंवे बलिकाल में
नहीं
नहीं
है अदेय आज मेरे लिये प्राण भी
कर के कुसुमवत्
वामन--
Vibhajhalani
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